यूपी में पंचायत चुनाव की तारीखाें का ऐलान अभी नहीं हुआ है लेकिन इसकी तैयारियां शुरू हो गई है। वोटर लिस्ट तैयार करने का काम शुरू हो चुका है। बीएलओ को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। वहीं गांव में चुनाव लड़ने के दावेदारों की भी सक्रियता बढ़ गई है। इस बीच यूपी पुलिस ने भी कमर कस ली है। कई जिलों की पुलिस ने पंचायत चुनाव शांति पूर्ण तरीके से कराए जाने के लिए कागजी तैयारी पूरी कर ली है।
हर बीट सिपाही को ग्राम भ्रमण आख्या तैयार करने का निर्देश दिया गया है। जिसमें एक निर्धारित प्रोफार्मा पर गांव से संबंधित हर छोटी से छोटी जानकारी दर्ज की जाएगी। इसकी एक कापी एसपी के कंप्यूटर पर भी फीड की जाएगी। जिससे वह जिले के सभी क्षेत्रों में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रख सकेंगे। बता दें कि ग्राम प्रधान के साथ ही ग्राम पंचायत के साथ ही क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के चुनाव कराना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होती है। ग्राम पंचायत के चुनाव एक सीमित क्षेत्र में होने और हर एक ग्रामीण के सीधे जुड़ाव के चलते विवाद की संभावनाएं और भी बढ़ जाती हैं। चुनाव के दौरान विवादों से बचने और समय से नियंत्रण पाने के लिए अमेठी पुलिस ने पूर्व तैयारी कर ली है। पंचायत चुनावों की दृष्टि से तैयार की जाने वाली ग्राम भ्रमण आख्या में गांव से संबंधित हर तरह की जानकारी दर्ज की जाएगी। जैसे गांव की आबादी, धार्मिक आधार पर आबादी की स्थिति, तमंचा रखने के शौकीनों के नाम, जुआरी व शराबियो के नाम, हिस्ट्रीशीटर, गंभीर अपराधों के आरोपी, मंदिर और मस्जिद की संख्या, शराब के ठेके, प्रधान पद के पूर्व प्रत्याशी व चुनाव लडने की तैयारी कर रहे युवाओं के नाम सहित अन्य जानकारियां दर्ज की जाएंगी।
ग्राम भ्रमण आख्या में पुलिस का सहयोग करने वाले लोगों का ब्यौरा भी उनके मोबाइल नंबर के साथ दर्ज किया जाएगा। इसके अलावा गांव के लेखपाल, सेक्रेटरी, एएनएम, आशा बहू और आंगनबाड़ी कार्यकत्री का नाम और मोबाइल नंबर दर्ज किया जाएगा। दिनेश सिंह, पुलिस अधीक्षक अमेठी बताते हैं कि पंचायत चुनाव की दृष्टि से सभी बीट के सिपाहियों को ग्राम भ्रमण आख्या शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे चुनावों को सकुशल संपन्न कराने में काफी मदद मिलेगी।