सहारनपुर। निरंकुश हत्याकांड मंे एसआईसी से जांच कराये जाने की मांग को
लेकर अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के पदाधिकारी एसएसपी से उनके कार्यालय
में मिले और थाना देवबंद हटाये जाने की मांग की है।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे चौ.विरेन्द्र सिंह गुर्जर ने एसएसपी को
अवगत कराया कि निरंकुश पुत्र मांगेराम निवासी ग्राम रामपुर की हत्या 12
सितम्बर को नितिन पुत्र बहादुर, अनुज पुत्र खुशीराम निवासीगण शेरपुर थाना
रूडकी जिला हरिद्वार व दो अन्य अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कर दी गयी थी,
जिसके सम्बन्ध में पुलिस द्वारा अज्ञात में शव का पोस्टमार्टम कराया गया
तथा पुलिस व डाक्टरों द्वारा मुल्जिमों से सांठंगांठ करके मृतक की चोटों
को छिपाया गया तथा मृत्यु के कारण को भी छिपाया गया। थाना देवबंद की
पुलिस व जांच अधिकारी द्वारा शव की शिनाख्त कराने का कोई प्रयास नहीं
किया गया है, क्योंिक घटना स्थल से मात्र 2 से 3 किमी. गांव है, वहां पर
भी शव पहचान की सूचना नहीं पहुंचायी गयी, और न ही नामजद अभियुक्तों से
घटना का खुलासा किया गया, कि उन्होंने किस प्रकार हत्या को अंजाम दिया
तथा शव के ऊपर कैमिकल डालकर सबूतों को मिटाने का प्रयास किया गया। इसमें
देवबंद पुलिस की भूमिका संदिग्ध है इसलिए उक्त जांच को एसआईटी से कराने
की मांग की गयी है, जिसे एसएसपी ने जांच बदलने के आदेश दे दिये हैं।
प्रतिनिधिमंडल में ओमी पंवार एड., सौरभ बजरंगी, संदीप गुर्जर, अंकुर
गुर्जर, तरूण, चौ.राजपाल सिंह मुख्य रहे।
निरंकुश हत्याकाण्ड की जांच एसआईटी से कराने की मांग गुर्जर समाज का प्रतिनिधिमंडल एसएसपी से मिला