सहारनपुर। भारतीय किसान यूनियन (बेदी) का एक प्रतिनिधिमंडल किसानों की
समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी से मिला और उन्हें मुख्यमंत्री को सम्बोधित
ज्ञापन प्रेषित कर मांगों के तत्काल निराकरण की मांग की।
भारतीय किसान यूनियन (बेदी) के जिलाध्यक्ष शमीम अहमद ने ज्ञापन के
माध्यम से अवगत कराया कि मौजूदा केन्द्र व प्रदेश सरकार में किसानों का
उत्पीड़न चरम सीमा पर है। किसानों पर अतिरिक्त बिजली बिल थोपकर किसानों की
कमर तोड़ने का काम किया है। किसान देश का अन्नदाता है और उसी की कमर तोड़ने
का काम सरकार कर रही है जिसे भाकियू (बेदी) किसी भी रूप में बर्दाश्त
नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि किसानों के बिजली बिल हर हालत में माफ किए
जाने चाहिए ताकि किसानों की आत्महत्याओं को रोका जा सके। उन्होंने
चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने किसानों का बिजली बिल माफ नहीं
किया तो भाकियू (बेदी) सड़कों पर उतरकर किसानों की लडाई को पुरजोर तरीके
से लडेगी और सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी।
भाकियू(बेदी) के महानगर अध्यक्ष दानिश खान ने कहा कि किसान एक तो पहले से
ही आर्थिक तंगी झेल रहा है। उनकी फसलों का वाजिद दाम सरकार नहीं दे रही
है जिससे किसान भूखमरी की कगार पर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि
किसानों का उत्पीडन रोकने के लिए भाकियू(बेदी) किसानों के साथ कंधे से
कंधा मिलाकर चलेगी और उनका हक दिलाकर रहेगी।
प्रतिनिधिमंडल में आलिम मलिक, नवाजिश, साजिद गौहर, नफीस मलिक, इरफान, अवि
कुमार, अतुल कुमार, शाहरूख, राहुल शर्मा,करन, निसार, आदि शामिल रहे।
किसानों की समस्याओं का निराकरण कराने की मांग: जिलाध्यक्ष शमीम अहमद