सहारनपुर, दिनांक 02 अक्टूबर, जिलाधिकारी श्री अखिलेश सिंह की पत्नी श्रीमती निशा सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने समाज में कुष्ठ रोग निवारण का जो सपना देखा था, वह मौजूदा समय में साकार होता नजर नहीं आ रहा है। गांधी जी ने इस रोग से मुक्ति दिलाने के लिए स्वयं मरीजों का इलाज किया ताकि यह अलख लोगों को जागरूक करती रहे, ताकि इस बीमारी से ग्रस्त लोग ठीक होकर समाज की मुख्यधारा मं शामिल हो कर आम नागरिकों की तरह जीवन जी सकें।
श्री अखिलेश सिंह एवं श्रीमती निशा सिंह आज यहां बेहट रोड़ पर स्थित कुष्ट आश्रम में कुष्ठ रोगियों को उपहार वितरित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करना चाहिए, क्योंकि जरूरतमंद की सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है। उन्होंनेे कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी अपने जीवन में कुष्ठ रोगियों की सेवा की। कुष्ठ रोगी भी समाज के अभिन्न अंग है, हमें कुष्ठ रोगी को पूरा सम्मान देना चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि दूसरों को हमें देखना हो तो उन्हें उन्हीं के दृष्टिकोण से एवं उन्हीं की परिस्थिति में पहुंच कर देखों, फिर उनकी गलतियां उतनी नहीं दिखाई देंगी। संतोष को कभी भी नहीं छोड़ना चाहिए, इस मंत्र से कठिन से कठिन समय में भी मन विचलित नहीं होता। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुष्ठ रोगियों को जो भी उपकरणों की आवश्यकता है उन्हें उपलब्ध कराएं जाए। उन्होंने सेवायोजन अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि ऐसे रोगियों के परिवारजनों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी श्री अखिलेश सिंह एवं उनकी धर्मपत्नी निशा सिंह ने निर्माण कुष्ठ आश्रम (शिव मन्दिर) निकट नया घास कांटा बेहट रोड में 40 लोगों को बर्तन वितरित किये। उन्होने कुष्ठ आश्रम स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया।
जिलाधिकारी ने जिला प्राबेशन अधिकारी को निर्देशित किया कि इन लोगों के जो पढे लिखे बच्चे है उन्हे सेवायोजन कार्यालय द्वारा रोजगार दिलाया जाये। उन्होने कहा कि इन बच्चों की ट्रेड के हिसाब से इनकी ट्रेनिंग की व्यवस्था भी की जाए। साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत यहां की महिलाओं का स्वयं सहायता समूह बनवाकर सरकार द्वारा जो योजनाएं चलायी जा रही है उनके तहत लाभान्वित किया जाये तथा ऋण भी उपलब्ध कराया जाये।
कुष्ठ रोगी सुशील कुमार ने जिलाधिकारी को बताया कि वह और उसकी पत्नी सुकान्ता दोनो का इलाज जिला चिकित्सालय सहारनपुर से चल रहा है। उन्हे शामली से यहां आने जाने में परेशानी होती है इसलिये उन्हे यंही रहने की अनुमति दी जाये। जिस पर जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को उनकी समस्या का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिये।
कुष्ठ आश्रम प्रधान तेजराम ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि यहां हमें किसी प्रकार की कोई समस्या नही है। प्रत्येक माह दवाई समय से मिल रही है। और दिव्यांगजन विभाग की और से 26 लोगों को प्रत्येक माह 2500 रूपये पेंशन भी मिल रही है। तेजराम ने बताया कि यहां 22 परिवारों के कुल 50 लोग रहते है।
उन्होने कुष्ठ रोगी भाग्यलक्ष्मी को कृत्रिम पैर और सुशील कुमार को ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि जिस व्यक्ति को जिस उपकरण की आवश्यकता है दिव्यांगजन विभाग की और से वह उपकरण उपलब्ध कराया जाये। साथ ही कहा कि जनपद में स्थित अन्य आश्रमों में भी सर्वे कर लिया जाये और यदि किसी व्यक्ति को कोई समस्या हो तो उसका त्वतिर समाधान किया जाये।
इस मौके पर जिला प्रोबेशन अधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह, सूर्यकान्त तथा आश्रम में निवासित व्यक्ति मौजूद थे।
हर व्यक्ति को अपनी सर्माथ्य के अनुसार दान देना चाहिए-निशा सिंह : डीएम व उनकी पत्नी निशा सिंह ने कुष्ठ रोगियों को उपहार वितरित किये