सहारनपुर। जिला प्रशासन एंव स्नातक इंडिया वैलफैयर एसोसिएशन द्वारा गांधी
जयंती के आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में विचार गोष्ठी का आयोजन किया
गया। जिसमें गांधी जी की विचारधारा के अनुकूल संघर्ष को शांति के बल
विराम देने का आह्वान किया गया।
आज चिलकाना रोड स्थित जेवी जैन इंटर कालेज में कोविड-19 के मद्देनजर
गांधी दर्शन पर आयोजित विचार गोष्ठी का शुंभारभ विद्यालय प्रधानाचार्य
अतुल जैन, मुख्यअतिथि खालसा इंटर कालेज की प्रधानाचार्य श्रीमती अवनीत
कौर एवं कार्यक्रम संयोजक अधिवक्ता अमीर खान ने गांधी जी चि़़त्र पर
पुष्प अर्पित कर किया। विचार गोष्ठी में पत्रकार राजनितिन रावत ने कहा कि
मन, वचन व कर्म से अहिंसा के संदेश को अपनाने में मौलिक अधिकारों को
अपनाने की आवश्यता है, लेकिन मौजूदा समय में आंदोलन स्वार्थ पूर्ण
राजनीति के रूप में होने लगे है। उन्होंने कहा कि मूल्य पर आधारित आंदोलन
देश को दिशा-दशा प्रदान कर सकते है ओर यह तभी सम्भव है जब हम गांधी व
शांस्त्री की विचारधारा को आत्सात करें। शिक्षिका किरण शर्मा ने कहा कि
गांधी जी विचार प्रसांगिक है और उनके आदर्शो व साहित्य ही सभी के आज भी
मार्गदर्शक का दायित्व निभा रहे है। अधिवक्ता अमरदीप जैन ने गांधी के
जीवन पर विस्तार पूर्व प्रकाश डालते हुए कहा कि देश में आंजादी की शुरूआत
1857 में आंरभ हुयी थी लेकिन गांधी जी 1915 में आये ऐसे में गांधी जी ने
देश के आजादी आंदोलन को नयी दिशा प्रदान की। उन्होंने कहा कि देश विदेश
में कई आंजादी आंदोलन हुयी लेकिन उन अंादोलन का नेत्तृव करने वाले कभी
गांधी नहीं सके, जिससे स्पष्ट है कि गंाधी जी की विचारधारा व आहिंसा,
सत्य के मार्ग ने उन्हें महात्मा गांधी बना दिया। उन्होंने कहा महात्मा
गांधी को जानने के लिये उन्हें पढाने की आवश्यकता है तभी हम गांधी जी को
जान सकते है। शिक्षाविद् अनीता शर्मा ने गांधी जी विचारधारा से संघर्ष को
शांति के बल पर विराम दिया जा सकता है। श्रीमती अवनीत कौर ने कहा कि
प्रत्येक धर्म का सार अहिंसा का संदेश देता है और यही गांधी दर्शन है।
विद्यालय प्रधानाचार्य अतुल जैन ने गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कहा कि
सत्य अंहिसा के संदेश को अंगीकार करने की आवश्यता है। कार्यक्रम संयोजक
अमीर खान ने विचार गोष्ठी के सफल आयोजन पर सभी का आभार व्यक्त करते हुए
कहा कि संस्था पिछले 20 वर्षों से भाषण व वाद-विवाद करती आ रही है, लेकिन
इस बार जो आयोजन हुआ है, वह अपने आप में अनूठी पहल है।
गोष्ठी का संचालन जे.एम.गांधी ने किया। इस अवसर पर मौ.अयाज हसन, डा.अनिता
देवी, पूनम कौशिक, सुनीता पाठकर, प्रदर्शन जैन, रश्मि जैन, गौरी अग्रवाल,
नीतू जैन, नीलू मित्तल, संगीता गुप्ता, पूजा जैन, डा.उर्मी गौतम सहित आदि
प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
गांधी दर्शन पर विचार गोष्ठी का आयोजन