सहारनपुर। राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में
आयोजित श्रीमद भागवत कथा में देवी राधिका ने कहा कि आत्मा परमात्मा का
मिलन ही श्रीकृष्ण का महारास है।
श्रीरामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद भगवत कथा
में मुख्य यजमान आकाश मुकेश वर्मा एवं रमेश शर्मा ने व्यासपीठ का पूजन
किया।
श्रीमद भागवत कथान में अमृतवर्षा करते हुए देवी राधिका ने कहा कि
श्रीकृष्ण 16 कला सम्पूर्ण पूर्ण ब्रहम हैं, सृष्टि का समस्त आकर्षण
उन्हीं में समाहित है। भक्त और भगवान के आत्मतत्व तेज के मिलन को ही
महारास कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि राधा तत्व शिव स्वरूप परम तत्व जो श्रीमद भागवत महापुराण
में रस रूप में अक्षर अक्षर में वास करती है जब तक जीव राधा भाव स्थापित
नहीं होता तो उसे परब्रहम की प्राप्ति नहीं होती तो मूल लक्ष्य ही
श्रीहरि की प्राप्ति कर आवागमन के चक्कर से मुक्त होना है।
इस अवसर पर स्वामी कालेन्द्रानंद, अरूण स्वामी, मेहरचंद जैन, नरेश चंदेल,
भूपेन्द्र सिंह, राजेन्द्र धीमाान, उमा गीता, कविता, संतोष, वर्षा, किरण,
रेवती, सुनीता, बबीता आदि मौजूद रहे।
आत्मा परमात्मा का मिलन ही श्रीकृष्ण का महारास: देवी राधिका