जिला सहारनपुर के अनेकों गाँवों मे
पीओएस मशीन का सर्वर डाउन होने से उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा राशन
इन दिनों शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर सेल्समेन और उपभोक्ताओं में आए दिन विवाद हो रहे हैं। विवाद का कारण पीओएस मशीन का सर्वर डाउन होना है। हर महीने शासन से मिलने वाला सस्ता राशन महीने के पहले सप्ताह में गरीबों को मिल जाता था
लेकिन इस महिनें मे दूसरे दिन भी उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल पाया है। पीओएस मशीन के सर्वर डाउन होने के कारण राशन वितरण प्रणाली कहीं धीमी गति से चल रही है तो कहीं पूरी तरह से बंद पड़ी हुई है। हालत यह है कि शासन की राशन वितरण प्रणाली ठप हो रही है। सेल्समेन भी मशीनों में तकनीकी खराबी और सर्वर डाउन होने के कारण उपभोक्ताअों को राशन नहीं दे रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं और सेल्समैनों में विवाद की स्थिति हो रही है।
सैल्समेनों ने इस समस्या से निजात दिलाने के लिए विभागीय अफसरों को सूचित कर दिया है। लेकिन अफसरों ने इस समस्या के समाधान के लिए फिलहाल कोई हल नहीं निकाला है। यही वजह है कि उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल पा रहा है। सेल्समैन उपभोक्ताओं को जवाब दे देकर थक रहे हैं। नगर सहित ग्रामीण अंचलों की राशन दुकानों पर पीडीएस की दुकानों पर पीओएस मशीनों की सर्वर की गति बेहद धीमी चल रही है इस कारण पिछले एक पखवाड़े से राशन दुकानों पर अभी तक सिर्फ 10 से 15 प्रतिशत उपभोक्ताओं को ही सस्ता अनाज गेहूं नमक चावल केरोसिन शक्कर आदि वितरित हो सका है बाकी 85 प्रतिशत लोग अभी भी अपने इंतजार की बारी कर रहे हैं। सर्वर की धीमी चाल के कारण गरीब उपभोक्ताओं को राशन दुकानों से राशन लिए बिना ही बैरंग अपने घर लौटने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
एईपीडीस से अंगूठा मिलान होने पर मिलता है राशन : दरअसल शासन ने नई मशीन एईपीडीएस के जरिए राशन वितरण प्रणाली लागू की है। पिछले महीने इस मशीन के बेहतर चलने के कारण रायसेन ने प्रदेश में टॉप किया था। लेकिन इस बार मशीनों की तकनीकी खराबी के कारण फिसड्डी होता दिख रहा है। विभाग ने सेल्सेमनों को भी आदेश दिया है कि शत प्रतिशत राशन पीओएस मशीन के जरिए ही बंटना है। जिसके चलते वह भी रजिस्टर प्रणाली से राशन नहीं बांट पा रहे हैं।
सुबह से शाम तक उपभोक्ता करते हैं इंतजार मे
सर्वर ठीक होने के इंतजार में उपभोक्ता सुबह दुकान खुलने से लेकर बंद होने तक इंतजार कर रहे है ताकि समय से उनको राशन मिल सके लेकिन हालत यह है कि सर्वर कहीं बंद तो कहीं धीमी गति से चल रहा है। उपभोक्ताओं ने बताया कि पहले रजिस्टर से वितरण प्रणाली चली रही थी जो ठीक थी कम से कम राशन समय से मिल जाता था और समय की भी बचत होती थी। जब से पीडीएस दुकानों की मशीनों सर्वर से चलाया जा रहा है तब से उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गई है।